नशा हमारे परिवार, समाज और देश के लिए है एक बड़ा खतरा :-साइकिलिस्ट स्वीटी मलिक

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नशा मुक्त भारत पर हस्ताक्षर अभियान चला रही रोहतक की स्वीटी मलिक के नशा मुक्त मुहिम पर पीजीआई के कुलपति ने किए हस्ताक्षरनशा शरीर ही नहीं, मन के लिए भी है घातक : डाॅ. एच.के. अग्रवाल

नशा हमारे परिवार, समाज और देश के लिए है एक बड़ा खतरा l

हरियाणा की बेटी ने नशा मुक्त भारत मुहिम का बीड़ा उठा कर किया बहुत ही सराहनीय कार्य, हम सभी को इस मुहिम से जुड़ कर करने चाहिएं हस्ताक्षर : कुलपति

नशा मुक्त भारत बनाने के लिए युवाओं की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण : डाॅ. रूप सिंह

एक ऐसी बीमारी है, जो हमारे शरीर और मन को नुकसान पहुंचाती है। यह हमारे परिवार, समाज, और देश के लिए एक बड़ा खतरा है। नशे के कारण हम अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाते, हमारे रिश्ते खराब हो जाते हैं और हमारे स्वास्थ्य पर भी इसका बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है।

यह कहना है पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. एच.के. अग्रवाल का। उन्होंने गुरुवार को नशा मुक्त भारत पर हस्ताक्षर अभियान चला रही रोहतक की स्वीटी मलिक के अभियान से जुड़कर नशा मुक्त मुहिम के हित में हस्ताक्षर किए।

कुलपति डाॅ. एच.के. अग्रवाल ने साइकिलिस्ट स्वीटी मलिक की ओर से चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान की सराहा की। उन्होंने कहा कि हम स्वास्थ्य जगत से जुड़े होने के नाते हमारा फर्ज बनता है कि हम अधिक से अधिक लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करें। उनका कहना था कि हरियाणा की बेटी ने इस मुहिम का बीड़ा उठा कर बहुत ही सराहनीय कार्य किया है और हम सभी को इस मुहिम से जुड़ कर हस्ताक्षर करने चाहिएं।

कुलसचिव डाॅ. रूप सिंह ने कहा कि नशा मुक्त भारत बनाने के लिए युवाओं की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने युवाओं से नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने में मदद करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत लोगों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बुरे प्रभावों के बारे में जागरूक करना होगा।

कार्यकारी निदेशक डाॅ. अशोक चौहान ने बताया कि पिछले लगभग 8 साल से स्वीटी मलिक और उनकी टीम “ड्रग फ्री हो हमारा भारत” के लक्ष्य के साथ समाज में जागरूकता फैलाने का काम कर रही है। चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. कुंदन मित्तल ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि आईए, हम सभी नशा मुक्त भारत के लिए काम करें और एक स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ें।

अपने इस अभियान के बारे में जानकारी देते हुए स्वीटी मलिक ने बताया कि वें डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल में अध्यापक हैं। एक बार स्कूल में उन्होंने बच्चे को नशे की हालत में देखा तो उनका मन काफी विचलित हो गया और उन्होंने उसी दिन मन में ठान लिया था कि वेे नशा मुक्ति के लिए अभियान चलाएंगी।

स्वीटी ने बताया कि इस अभियान में उनके पति रविंद्र मलिक जो स्वास्थ्य विभाग में हेल्थ इंस्पेक्टर हैं, उन्होंने भी काफी सहयोग दिया। उन्होंने बताया कि इस हस्ताक्षर अभियान में हरियाणा के राज्यपाल से लेकर मुख्यमंत्री तक के भी हस्ताक्षर करवा कर आमजन को नशा छोड़ने के लिए अपील करवा चुकी हैं।

उन्होंने बताया कि वें स्कूलों और गावों में जाकर लोगों को नुक्कड नाटक व व्याख्यानों के माध्यम से भी जागरूक करती हैं। कई गावों में उन्हें बहुत अच्छा रूझान मिला है और लोग नशे को छोड रहे हैं।

इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक और डीन डाॅ. अशोक चौहान, चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. कुंदन मित्तल, जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज डाॅ. उमेश यादव, डाॅ. योगेश भी उपस्थित रहे।

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