
रोहतकः पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह की यात्रा ने महम विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश किया
बहुजमालपुर गांव स्थित अठगामा पंचायत भवन में हुआ यात्रा का स्वागत
बृजेद्र सिंह ने महम क्षेत्र से अपने जुड़ाव का खास तौर पर जिक्र किया
दादालाही जमीन बहुअकबरपुर गांव के साथ ही,
रोहतक, 3 दिसंबर। पूर्व सांसद एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बृजेंद्र सिंह की सद्भाव यात्रा बुधवार को महम विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश कर गई। इस यात्रा का बहुजमालपुर गांव स्थित अठगामा पंचायत भवन में यात्रा के मीडिया प्रभारी एडवोकेट अमित काजल ने स्वागत किया। इसके बाद यह यात्रा बहुअकबरपुर, मोखरा और खरकड़ा गांव में पहुंची। गुरूवार को यह यात्रा महम विधानसभा क्षेत्र में महम चौबीसी चबूतरा, खेड़ी महम, निंदाना, बैंसी व लाखनमाजरा जाएगी। 5 व 6 दिसंबर को यात्रा का अवकाश रहेगा। इसके बाद यह अगले विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश करेगी।
यात्रा के दौरान अपने संबोधन में पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने महम क्षेत्र से अपने जुड़ाव का खास तौर पर जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी दादालाही जमीन (पैतृक) बहुअकबरपुर गांव के साथ ही है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले जब सद्भाव यात्रा ने रोहतक जिला में प्रवेश किया तो किसान मसीहा छोटूराम का वशंज होने के नाते अपनापन महसूस हुआ। उन्होंने कहा कि सद्भाव का सही मायने में प्रतीक छोटूराम ही थे। मौजूदा समय में जातियों के हिसाब से राजनीति भुनाने की कोशिश की जा रही है लेकिन छोटूराम ने उस जमाने में भाईचारे और सद्भाव का संदेश दिया। छोटूराम के कट्टर समर्थक मुसलमान थे।
बिना पर्ची, बिना खर्ची के नाम पर सिर्फ दिखावा, युवाओं का नौकरी देने का प्रचारः बृजेंद्र सिंह
पूर्व सांसद ने एक बार फिर बीजेपी को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो बीजेपी का मुकाबला कर सकती है। इसके अलावा बाकी पार्टियों के जो नेता दिखावा कर रहे हैं, वह कहीं न कहीं बीजेपी के हाथों की कठपुतली हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 11 वर्ष पहले राष्ट्रवाद के नाम पर जो जुमला चलाया था। उस जुमले में किसी प्रकार का कोई राष्ट्रवाद नहीं था। सिर्फ सामाजिक भाईचारा ही खराब करना था। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है। मौजूदा सरकार ने बेरोजगारी को दूर करने के लिए किसी प्रकार प्रयास नहीं किया। बिना पर्ची, बिना खर्ची के नाम पर सिर्फ दिखावा है। किसी एक दिन पंचकूला में बुलाकर 500 युवाओं को नौकरी देने के नाम पर प्रचार करने का काम किया जाता है। जबकि सच्चाई यह है कि आज हरियाणा में कांस्टेबल क 40 प्रतिशत पद और शिक्षकों के 56 प्रतिशत पद खाली हैं। यहां तक कि 47 प्रतिशत सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल तक नहीं हैं। राज्य सरकार की कोशिश तो यह है कि सरकारी स्कूल बंद कर प्राइवेट स्कूल को बढावा दिया जाए। बृजेंद्र सिंह ने लाखनमाजरा व बहादुरगढ़ में बास्केटबॉल के 2 खिलाडि़यों की मौत का मुद्दा उठाया और कहा कि सरकार का खेल व शिक्षा की तरफ कोई ध्यान नहीं है।
संत नहीं हैं हम, राजनीति में हैं, राजनीतिक दल में हैं लेकिन हर चीज का समय होता हैः पूर्व सांसद
पूर्व सांसद एवं कांग्रेस नेता ने कहा कि सद्भाव यात्रा शुरू करने का यही सही समय था। हालांकि यात्रा शुरू करने के दौरान यह बात उठी कि क्या यह सही समय है यात्रा का। लेकिन अगर चुनाव से पहले इस तरह की यात्रा शुरू करते तो कुछ हासिल नहीं होता। यह वोट बटोरने व राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि की यात्रा नहीं है। इस यात्रा का मकसद किसी प्रकार का पद हासिल करना नहीं है। हालांकि इसका मतलब यह भी नहीं है कि कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है, वह भी है। संत नहीं हैं हम। राजनीति में हैं, राजनीतिक दल में हैं लेकिन हर चीज का समय होता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की समाज को बांटने की राजनीति का पर्दाफाश करने और समाज में सद्भाव व भाईचारा बनाए रखने के लिए यह यात्रा शुरू की गई है। बृजेंद्र सिंह ने एक बार फिर स्वीकार किया कि वर्ष 2024 के दौरान कांग्रेस पार्टी का संगठन न होने के कारण ही विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। संगठन के नाम पर सिर्फ नेता और उनके समर्थक थे। विधानसभा चुनाव के दौरान जिन नेताओं को टिकट नहीं मिली या तो वे घर बैठ गए यार फिर पार्टी प्रत्याशी का विरोध किया जबकि कुछ नेताओं ने तो चुनाव भी लड़ा। जिसका नुकसान पार्टी प्रत्याशियों को हुआ। पूर्व सांसद ने वोट चोरी का मुद्दा उठाया और चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। इस अवसर पर एडवोकेट अमित काजल, अजीत सिंह, अनूप शौकीन, जलकरण बलहारा, दलबीर गांधी, बिजेंद्र सांगवान, सुशील धानक व चरखी दादरी कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजू मान प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।