– आयोग का प्रयास है कि कोई भी घर न टूटे
– दोनों पार्टियों की मौजूदगी में निपटाये जाते है मामले
– जांच के दौरान काफी मामले मिलते है असत्य
– झूठा मामला दर्ज करवाने वालों के खिलाफ होती है नियमानुसार कार्यवाही
– समाज में सहनशक्ति कम होने से बढ़ रहे है पारिवारिक मामले
हरियाणा राज्य महिला आयोग प्राथमिकता के आधार पर महिलाओं को न्याय दिलवाने के लिए प्रयासरत रहता है। आयोग संबंधित पार्टियों को आमने-सामने बैठाकर मामले की तह तक जाकर इसका स्थाई समाधान चाहता है तथा यह भी प्रयास रहता है कि कोई भी घर न टूटे। समाज में कम हो रही सहनशीलता के कारण ही मामले बढ़ रहे है।
यह अभिव्यक्ति आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में आयोग के समक्ष आये मामलों की सुनवाई के दौरान व्यक्त की। आयोग द्वारा रोहतक में 8 मामलों की जन सुनवाई की गई तथा पुलिस के संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि आयोग द्वारा संबंधित जिलों में जाकर मामलों की सुनवाई की जा रही है ताकि लोगों को सुविधा हो। उन्होंने कहा कि आयोग के समक्ष आने वाले हर मामले में धैर्य के साथ सुनवाई कर मामलें को निपटाया जाता है तथा कानून के समक्ष सभी एक समान है।
चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने आपसी लेनदेन के एक मामले की सुनवाई करते हुए पुलिस के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे दो दिन में दोनों पार्टियों को आमने-सामने बैठाकर पूरे मामले को निपटाये तथा सुनवाई के दौरान वीडियोग्राफी भी करवाई जाये। आयोग द्वारा एक मामले को शिकायतकर्ता की मांग के आधार पर भिवानी स्थानांतरित कर दिया गया तथा इस मामले में भिवानी के पुलिस अधीक्षक को दिशा-निर्देश जारी किये गए। उन्होंने स्पष्टï किया कि आयोग के पास आ रहे मामलों में काफी मामले जांच के दौरान असत्य पाये जाते है। आयोग द्वारा झूठा मामला दर्ज करवाने वालों के विरुद्घ भी नियमानुसार कार्यवाही की जाती है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष आयोग के पास लगभग 150 मामले लंबित है, जिनकी सुनवाई कर निपटान की प्रक्रिया जारी है। आयोग द्वारा ऐसे मामलों में दोनों पार्टियों को समझाकर विचार-विमर्श करने के लिए कुछ समय दिया जाता है ताकि कोई भी घर न टूटे।
इस अवसर पर आयोग की विधि सहायक पूजा, सहायक अंजू बाला, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी कुमारी दीपिका सैनी, महिला संरक्षण अधिकारी करमिंदर कौर सहित अन्य संबंधित अधिकारी, पुलिस के जांच अधिकारी तथा संबंधित पार्टियों के सदस्य मौजूद रहे।