किलोई शिव मंदिर के बाद परशुराम घाम पहरावर पहुंचकर जयहिंद ने चढ़ाया गंगाजाल
भोलेनाथ व परशुराम से मिलती है हमें संघर्ष करने की शक्ति : जयहिंद
रोहतक – जयहिंद सेना सुप्रीमो नवीन जयहिंद और उनके कई साथी हरिद्वार से कावड़ लेकर आये और महाशिवरात्रि पर किलोई के पुराने शिव मंदिर में जल चढ़ाया। वही शिव मंदिर पहुँचने पर लोगो ने जोर शोर से जयहिंद और जयहिंद सेना का फूल मालाओं से स्वागत किया और कावड़ियों पर फूल बरसाए।
किलोई मंदिर में भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग पर गंगाजल का अभिषेक करके जयहिंद और उसके साथियों ने परशुराम धाम पहरावर में कावड़ चढ़ाई
पहरावर पहुंच कर जयहिंद ने कहा की ये वही पहरावर धाम है जहा 36 बिरादरी के लोगो ने स्कूल,हॉस्पिटल, मंदिर ,के लिए सरकार से जमीन का कब्जा छुड़वाया था साथ ही जयहिंद ने कहा भोलेनाथ की पहली कावड़ लाने वाले कावड़िए भगवान परशुराम ही थे।
नवीन जयहिंद ने कहा कि वे और उनके साथी कोई पहली बार कावड़ लाने नहीं जा रहे है । वे अब तक तीन कावड़ ला चुके है जो भोलेनाथ के साथ प्रदेश के भाईचारे, सुख-समृद्धि और शांति को समर्पित थी। वही बेरोज़गारी के ख़िलाफ़ भी वे कावड़ ला चुके है । उनकी ये कावड़ नशे और अपराध के ख़िलाफ़ है जो वो भाईचारे के साथ ला रहे हैं । जो किलोई के पुराने शिव मंदिर में गंगा जल और कावड़ चढ़ाई हैं
जयहिंद ने कहा कि उन्होंने भोले नाथ से प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की और युवाओं से भी अपील की कि युवा ज़िंदगी में कभी नशा न करने के प्रण के साथ कावड़ लाते रहे और शांति बरतते हुए अपनी कावड़ यात्रा को पूरा करे । ज़िंदगी में चाहे शादी हो न हो , रोज़गार मिले न मिले लेकिन कभी भी नशा और अपराध को जीवन में न आने दें ।
जयहिंद ने कावड़ लाने वालों को पाखंडी बताने वालों पर तंज कसते हुए और करारा जवाब देते हुए कहा कि एसी के कमरों में बैठ कर बोलने वाले कभी सड़क पर उतरकर 300-400 किलोमीटर पैदल चले 36 बिरादरी के करोड़ों भोले के भक्त है जो हर साल कावड़ लाते है और अपनी आस्था प्रकट करते है ।साथ ही जयहिंद ने कहा कि प्रदेश के सभी पार्टियों और नेताओं को खुला चैलेंज है कि वे इस संघर्ष के दंगल में मेरे साथ कावड़ लाये । सिर्फ़ फोटो खींचने के लिए कवाडियो के साथ पचास मीटर न भागे बल्कि ख़ुद का कावड़िये बन कावड़ लाये । उनके कुछ पाप भी गंगा मैया धो देगी।
जयहिंद ने राजनीति और चुनाव लड़ने के सवाल के जवाब में कहा कि भोलेनाथ ने कहा है कि सब नेताओ के पास जाओ और समर्थन के लिए समय माँगों, फिर जनता का भाईचारा जो फ़ैसला लेगा आगे उसी के आधार पर निर्णय लेंगे । उन्होंने कहा की समाज की भलाई की है और आगे भी समाज के लिए संघर्ष जारी रहेगा वही 21 साल के संघर्ष के जीवन में चार इंजन सरकार से लड़ाई लड़ी है । आगे जो भाईचारा कहेगा वो करेंगे ।